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IGNOU MSK-008: Sanskrit
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संस्कृत साहित्यः गद्य, पद्य एवं नाटक
IGNOU MSK-008: Sanskrit
Medium Solved Assignment 2024-25
शिक्षक अंकित मूल्यांकन पत्र
नोट-सभी प्रश्न अनिवार्य हैं
प्रश्नसं 1. निम्नलिखित की
ससन्दर्भ व्याख्या कीजिए 5 × 10 = 50
(क) प्रयातुमस्माकमियंकियत्पदं
धरातदम्भोधिरपिस्थलायताम् ।
इतीववाहैनिजवेगदर्पितैः
पयोधिरोधक्षममुद्धतंरजः ।।
(ख)
अथगीतावसानेमूकीभूतवीणाप्रशान्तमधुकररुतेवकुमुदिनीसाकन्यकासमुत्थाय
प्रदक्षिणीकृत्य कृतहरप्रणामापरिवृत्य स्वभावधवलयातपःप्रभावप्रगल्भया
दृष्टयासमाश्वासयन्तीव, पुण्यैरिव स्पृशन्तीतीर्थजलैरिव प्रक्षालयन्ती, तपोभिरिवपावयन्ती, शुद्धिमिवकुर्वाणा, वरदानम्
इवोपपादयन्तीपवित्रतामिवनयन्ती, चन्द्रापीडमाबभाषे स्वागतमतिथये, कथमिमांभूमिमनुप्रातोमहाभागः, तदुत्तिष्ठ, आगम्यताम्, अनुभूयतामतिथिसत्कारः इति ।
एवमुक्तस्तुतयासम्भाषण-मात्रेणैवानुगृहीतमात्मानंमन्यमानउत्थाय भक्तया कृ
तप्रणामोभगवति ! यथाज्ञापयसिइत्यभिधाय दर्शितविनयः शिष्य इवताव्रजन्तीमनुवव्राज ।
(ग) प्रत्युषसितूत्थाय
तस्मिन्नेवसरसिस्नात्वा कृतनिश्चया, तत्प्रीत्यातमेवकमण्डलुमादाय तान्येव
च वल्कलानितामेवाक्षमालांगृहीत्वा, बुद्धवा निःसारतांसंसारस्य, ज्ञात्वा च मन्दपुण्यतामात्मनः, निरूप्य
चाप्रतीकारदारुणतांव्यसनोपनिपातानाम् आकलय्य दुर्निवारतां शोकस्य, दृष्ट्वा च निष्ठुरतांदेवस्य, चिन्तयित्वाचातिबहुलदुःखतां स्नेहस्य, भावयित्वाचानित्यतांसर्वभावानाम्, अवधार्य चाकाण्डभङ्गुरतां
सर्वसुखानाम्, अविगणय्य तातमम्बां च परित्यज्य सहपरिजनेनसकलबन्धुवर्गम्, निवर्त्यविषयसुखेभ्योमनः, संयम्येन्द्रियाणि, गृहीतब्रह्मचर्या, देवं त्रैलोक्यनाथमनाथशरणमिम
शरणार्थिनीस्थाणुमाश्रिता ।
(घ) वितरतिगुरुः प्राज्ञेविद्यां
यथैवतथाजडे
न तु खलुतयोर्ज्ञाने
शक्तिकरोत्यपहन्ति वा ।
भवतिहिपुनर्भूयान् भेदः फलंप्रतितद्यथा
प्रभवति
शुचिर्बिम्बग्राहेमणिर्नमृदादयः ।।
(ड.) एकोरसः करुण एव निमित्तभेदा-
भिन्नः पृथकपृथगिवाश्रयतेविवर्तान् ।
आवर्तबुदबुदतरंगमयान्विकारा
नम्भोयथासलिलमेवहितत्समस्तम् ।।
प्रश्नसं 2. निम्नलिखित प्रश्नों में से
किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर लिखिए- 5×10=50
(क) नैधषीयचरितम् के प्रथम सर्ग का
सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
(ख) नैधषीयचरितम् के प्रथमसर्ग के
आधार पर वन शोभा का वर्णन कीजिए।
(ग) महाकवि बाणभट्ट की काव्यशैली का
वर्णन कीजिए।
(घ) त्रिविक्रमभट्ट के व्यक्तित्व व
रचनाओं पर लेख लिखिए ।
(ड.) भवभूति की काव्यशैली का वर्णन
कीजिए ।
(च) गद्य साहित्य के उद्भव एवं विकास
पर लेख लिखिए।
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