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IGNOU MSK-006: Sanskrit
Medium Solved Assignment 2024-25
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Solved Assignment For IGNOU Student
भाषाविज्ञान, अनुवाद एवं निबन्ध लेखन
IGNOU MSK-006: Sanskrit
Medium Solved Assignment 2024-25
शिक्षक अंकित मूल्यांकन पत्र
नोट- सभी प्रश्न अनिवार्य हैं
प्र. 1. किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर
दीजिए- 5×15
क. भाषाविज्ञाान का अर्थ क्षेत्र व
अंग पर लेख लिखिए ।
खध्वनिपरिवर्तन के कारणों पर प्रकाश
डालिए ।
ग.लौकिक तथा वैदिक संस्कृत में अन्तर
लिखते हुए स्पष्ट कीजिए ।
घ भारत-ईरानी या हिन्दी-ईरानी शाखा
पर लेख लिखिए ।
ड. स्वर एवंव्यंजन ध्वनियों के
वर्गीकरण को लिखिए ।
च. ध्वनि नियमों की व्याख्या कीजिए ।
प्र. 2 निम्न में से किसी एक पर संस्कृत
में निबन्ध लिखिए
भारतीय दर्शनम्
अथवा
अहिंसा परमो धर्मः
प्र. 3. निम्नलिखित में से किसी एक का
हिन्दी में अनुवाद कीजिए । 10
क. अरुण एष प्रकाशः
पूर्वस्यांभगवतोमरीचिमालिनः। एष भगवान् मणिराकाशमण्डलस्य, चक्रवर्ती खेचर-चक्रस्य, कुण्डलमाखण्डलदिशः, दीपको ब्रह्माण्डभाण्डस्य, प्रेयान् पुण्डरीकपटलस्य, शोकविमोकः कोकलोकस्य, अवलम्बोरोलम्बकदम्बस्य, सूत्रधारः सर्वव्यवहारस्य, इनश्चदिनस्य । अयमेवअहोरात्रं जनयति, अयमेववत्सरं द्वादशसुभागेषुविभनक्ति, अयमेवकारणं षण्णामृतूनाम्, एष एवाङ्गीकरोति उत्तरंदक्षिणंचायनम्, एनेनैवसम्पादिता युगभेदाः, एनेनैवकृताः कल्पभेदाः, एनमेवाऽऽश्रित्य भवतिपरमेष्ठिनः
परार्द्धसङ्ख्या, असावेवचर्कर्तिबर्भर्तिजर्हर्ति च जगत्, वेदा एतस्यैववन्दिनःगायत्री
अमुमेवगायति, ब्रह्मनिष्ठाब्राह्मणाअमुमेवाहरहरुपतिष्ठन्ते । धन्य एष
कुलमूलंश्रीरामचन्द्रस्य प्रणम्य एष निश्चक्रामकश्चित् गुरुसेवनपटुर्विप्रबटुः ।
विश्वेषामितिउदेष्यन्तंभास्वन्तंप्रणमन् निजपर्णकुटीरात् |
अथवा
ख. तिमिरोद्गतिः शास्त्रदृष्टीनाम्, पुरः पताकासर्वाविनयानाम्, उत्पत्तिनिम्नगाक्रोधावेगग्राहाणाम्, उत्सारणवेत्रलतासत्पुरुषव्यवहाराणाम्, आपानभूमिर्विषयमधूनाम्, संगीतशालाभ्रूविकारनाट्यानाम्, विसर्पणभूमिर्लोकापवादविस्फोटकानाम्, प्रस्तावनाकपटनाटकस्य, वध्यशालासाधुभावस्य, राहुजिह्वा धर्मेन्दुमण्डलस्य। न
हितंपश्यामि योह्यपरिचितयानया न निर्झरमुपगूढः, यो वा न विप्रलब्धः।
नियतमियमालेख्यगतापिचलति, पुस्तमय्यपीन्द्रजालमाचरति, उत्कीर्णापिविप्रलभते, श्रुताप्यभिसन्धत्ते, चिन्तितापिवञ्चयति ।
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